इमानदार भ्रस्टाचारी, नानि म गजब भाईचारा

* शिवशंकर भट्ट (पी.डी.एस.प्रभारी), संदीप अग्रवाल कम्पनी सचिव, गिरीश शर्मा उप प्रबंधक, जी.के. देवांगन  लेखाधिकारी, सुधीर कुमार भोले सहायक लेखाधिकारी, एस.के. चंद्राकर वरिष्ठ सहायक, जीतराम यादव वरिष्ठ सहायक, स्टेनोटायपिस्ट अरविंद ध्रुव निलंबित होगे।
*  तकनीकी सहायक प्रबंधक आर.पी. पाठक अउ देवेन्द्र सिंह कुशवाहा बर्खास्त।

घटिया चाऊर, घटिया बारदाना, सरी नागरिक आपूर्ति निगम कमिशनखोरी म बुढ़े

नागरिक आपूर्ति निगम म राज के सबले बड़का खोटालाबाज मनके भंडा फूटगे हावय। कोनो ल गम नइ रिहिसे के ओ विभाग म अतेक अकन रूपिया के लेन-देन होवत रिहिस होही। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के जांच म विभाग के बड़का अफसर ल लेके छोटे करमचारी मन तको मिल बाट के कमीशन खावत राहय। जब पुलिस के टीम जांच करे खातिर विभाग गिस तव गजब अकन नगदी रूपिया देख के ओहू मन अकचकागे काबर के नागरिक आपूर्ति विभाग म नगद रूपिया के कोनो कामे नइ रिहिसे। जाचं परताल म ये बात के फरीफरकत होगे के उहां के अफसर मन बारदाना अउ तालपतरी खरीदी म कमीशन लेके कइसनो भी, खराब मान के तको खरीदी करा देवत रिहिन हाबे। ओकर ये पै ह ये पाके नइ उभरत रिहिसे के सबो कोनो के ओमा हिस्सा राहय। ओमन ह गरीब के राशन म तको कड़हा-घुनहा ल बने सुघ्घर बताके पठो देवय।
राज म अइसन पहिली पइत होइसे जेमा ये बात के जानबा होय हाबे के विभाग के खपला या फेर ेकमीशन म सबो के हिस्सा रिथे।
भंडाफोड़ होय के बाद सबो कोति थू-थू होय ले उहा के बड़का अफसर माने एमडी अउ प्रमुख सचिव तक ल तुरते हाट के नवा अफसर ल जिम्मा दे गे हावय। नवा अफसर बृजेशचंद मिश्रा ह अपन पद म आते ही उहां के 17 करमचारी अउ अफसर मन ला निलंबित कर दे हावय। जेमा रायपुर मुख्यालय के प्रबंधक शिवशंकर भट्ट, कम्पनी सचिव संदीप अग्रवाल, उप प्रबंधक गिरीश शर्मा, लेखाधिकारी जी.के. देवांगन, सहायक लेखाधिकारी सुधीर कुमार भोले, वरिष्ठ सहायक एस.के. चंद्राकर, वरिष्ठ सहायक जीतराम यादव, स्टेनोटायपिस्ट अरविंद ध्रुव साामिल हावे। येकर अलावा निगम मुख्यालय म संविदा म काम करत तकनीकी सहायक प्रबंधक  आर.पी. पाठक अउ देवेन्द्र सिंह कुशवाहा ल बर्खास्त कर दे हावय।
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के जांच म निगम के रायपुर मुख्यालय के प्रबंधक (पी.डी.एस. प्रभारी) शिवशंकर भट्ट के कार्यालय के कमरा म एक करोड़ 62 लाख 97 हजार 500 रूपिया नगद पाये रिहिन हाबे। शिवशंकर भट्ट, कम्पनी सचिव संदीप अग्रवाल ह निलंबित होके दुर्ग कार्यालय म काम करही। निगम के उप प्रबंधक गिरीश शर्मा के कार्यालय के कमरा ले बीस लाख रूपिया नगद पाये रिहिन हाबे। निगम के बालोद के सहायक प्रबंधक डी.पी. तिवारी, धमतरी स्थित उप प्रबंधक टी.डी. हरचंदानी, बिलासपुर स्थित उप प्रबंधक के.के. यदु, निगम मुख्यालय रायपुर के लेखा अधिकारी जी.के. देवांगन, सूरजपुर के सहायक प्रबंधक आर.एन. सिंह, निगम मुख्यालय रायपुर के सहायक लेखाधिकारी  सुधीर कुमार भोले, वरिष्ठ सहायक एस.के. चंद्राकर, वरिष्ठ सहायक जीतराम यादव, स्टेनो टायपिस्ट अरविंद धु्रव, निगम के सूरजपुर कार्यालय के कनिष्ठ तकनीकी सहायक विशाल सिन्हा, दुर्ग के कनिष्ठ तकनीकी सहायक आलोक चंद्रवंशी, जगदलपुर के कनिष्ठ तकनीकी सहायक  सतीश कुमार कैवर्त्य, रायगढ़ के कनिष्ठ तकनीकी सहायक क्षीरसागर पटेल, धमतरी के कनिष्ठ तकनीकी सहायक हरदीप सिंह भाटिया, कांकेर के कनिष्ठ तकनीकी सहायक हरीश सोनी ह घलोक निलंबित होगे हाबे।

2 टिप्‍पणियां:

  1. सार्थक प्रस्तुति।
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    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (22-02-2015) को "अधर में अटका " (चर्चा अंक-1897) पर भी होगी।
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    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  2. चर्चा मंच में ब्लॉग charichugli.blogspot.com की चर्चा के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद .
    "अधर में अटका " (चर्चा अंक-1897) ...डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' जी आभार

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