चलना तोला रइपुर घुमाहूं सनिमा देखाहूं अउ भजिया खवाहूं!

छत्तीसगढ़ म एक ठन अऊ नवा गजब के योजना के आरो मिले हावय जेकर नाव हे 'हमर छत्तीसगढ़Ó। ये योजना म गांव-गांव के नेता, माने पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधि मनला रायपुर घुमाये जाही। सरकारी खर्चा म पंच, सरपंच अउ सचिव मन डपट के राजधानी घमुही, सनिमा देखही अउ रिसोट म भजिया खाही। पाछु दिन दुर्ग संभाग के तीन जिला के पंचायत प्रतिनिधि मन राजधानी के नया रायपुर म मंत्रालय, मुक्तांगन, घासीदास संग्रहालय, जंगल सफारी, सांइस सेंटर, कृषि विश्वविद्यालय देखिन अउ रात के लोकरंग अर्जुन्दा वाले मनके प्रोग्राम देखिन। येमा दुर्ग के 167, बेमेतरा, नवागढ़, बेरला के 167 अउ बालोद के 166 निर्वाचित जनप्रतिनिधि सामिल रिहिसे। गांव म अभी नंगत खेती-किसानी के बुता फदके हावय अइसन म सरकारी फरमान तो मानेच ल परही। सरकार ल अभीच राजधानी देखाय के का सुझिस ते उही जाने। गांव के लोगन मन सियानी पागा बांध के पंचायत म आगे हावय येकर ये मतलब नइये के गांव के नेता मन करा घलो करिया रंग के स्कार्पियो या फेर मारूती-होन्डा होही। पंच अउ सरपंच मन रोजी-मजूरी करके अपन अउ परिवार के पालन-पोसन करथे। कतकोन पंचायत के प्रतिनिधि मन तो आन राज म बनि कमाय बर तको जाथे। सरकार ह अइसने पंचायत प्रतिनिधि मन बर हमर छत्तीसगढ़ योजना लाने हावय। सरकार ल लागत होही के हमन राजधानी म बड़ भारी काम कर डारे हाबन, मानो ये धरती हा सरग बरोबर संवरगे हवय। ये योजना के चित अउ पट दूनो ल देखे जाए तव सरकार ह चित होवत दिखत हावय। गांव के पंच, सरपंच मन राजधानी आके नवा-नवा गियान के बात नइ सीखय नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के सरकार के उपलब्धि ल देखही। डॉ. रमन सिंह अपन तीसरइया बछर तक पहुंचे के बाद का का काम करे हावय जनता खातिर इही देखाय के योजना आए। अइवइया पारी के अभी ले तियारी चलत हावय। पाछू महीना म जब लोक सुराज के आयोजन होय रिहिसे ओ बखत जब सरकार गांव-गांव म बइठिस तब सरकार के प्रति जनता के असल चेहरा दिखे लगगे। हमर छत्तीसगढ़ योजना ल पूरा-पूरा चुनावी परपंच कारर देके गजब अकन तथ्य हाबे। ये उही छत्तीसगढ़ आए जेन ल एक एजेंसी ह गरीब राज्य केहे हाबे, ये उही छत्तीसगढ़ आए जिहां के लोगन मन दू रूपिया के चाऊर अउ फोकट के नून खाथे। कुल मिलाके केहे जाए तब इहां फोकट-फोकट वाला योजना जादा चलथे, तव फेर सरकार ह कोन मुंह ले अपने गुनगान करत विकास के सरग ल अमरत हावय। जनता ल अब चुनई म वोट देके अलावा अऊ कुछुच काम करे के जरूरत नइये। मति अनुसार अब तो अनुमान लगाये जा सकथे के अवइया चुनई म सरकार ए घोसना कर सकथे के आप सिरिफ हमर सरकार बनन दव। फेर तुमन ला कुछू करे के जरूरत नइये। सब कुछ सरकार करही। चाऊर-दार के जोखा, लोग-लइका के जतन अउ तिरथ-बरथ तको सरकारी खरचा म होही। मंदिर-मस्जिद म जाके देव-धामी पूजन के बजाय नेता जी के जय बोलो, वो सबके मुराद पुरा करही। अभी आवव... रइपुर घुमाबो, सनिमा देखाबो अउ होटल-मोटल-रिसॉट म आनी बानी के जेवन खवाबो मन भर के इही तय 'हमर छत्तीसगढ़Ó। 
 * जयंत साहू*
jayantsahu9@gmail.com
9826753304
( येहा लेखक के स्वतंत्र विचार आए येमा कोनो राजनैतिक टिप्पणी नइ होय हाबे ​बल्कि एक आम आमदी के पक्ष ल राखे गे हावय। कोनो—कोनो के मन म कुछ-कांही उमड़ही तव नीचे कमेंट बाक्स म लिख दिहव। जय जोहार...  )