कोरोना के रोना


कोरोना नाव के महामारी ह सरी दुनिया ल मउत के तमासा देखावत हावय। अबतक दुनिया के 200 देश म हाहाकार मचे हाबे। किथे के चीन के वुहान शहर म ये महामारी के जनम होहे। जानवर ले मनखे म आये ये कोरोना कोविड- 19 नाव के वायरस के अब तक कोनो ईलाज नी पाये हाबे। दुनिया भर के डाक्टर मन प्रयास म दिन रात लगे हावय। बड़ अंचभा के बात आए के सबले ज्यादा कोरोना के वायरस उही देश म जादा बगरिस जिहा साफ-सफई अउ आधुनिक चिकित्सा विकसीत हाबे। बताथे के येहा अतका खतरनाक वायरस आए के बगरत देरी नी लागय। पल भर म कहां ले कहां बगर जथे। 
बात सुरूआत के करन तव चीन देश के वुहान शहर ले जनवरी महीना के बात आए। अबतक कोरोना ह तीने महीना म ही दुनिया 200 देश ल अपने चपेट म ले डरे हावय। WHO के ताजा आकड़ा के मुताबिक आज 465,915 केस आगु आए हाबे। अउ 21,031 के मउत के पुष्टि तको हो चुके हावय। ये आंकड़ा तो WHO ल मिले पुख्ता जानकारी के आए, हो सकत हे येकर ले अउ केउ गुना मरीज के मउत होय होही !
कोरोना के सेती दुनिया के 20 देश ह लॉकडाउन होगे हावय माने कोनो ल कहुंचो नी जाना हाबे। सबो ल दुबक के घरे म रहना हाबे। भारत सरकार 24 मार्च ले पूरा देश म लॉकडाउन लागू करे हावय। अपन कोति ले सरकार तीन हफ्ता के टेम दे हावय मनखे मनला, ये बीच रूक जही बीमारी के फैलाव ह तो बने बात नहीं त चारो कोति मउत ही मउत दिखही। घर म रेहे ले भी ज्यादा जरूरी हे बाहिर के लोगन मन ले बचना हावय। कोन जनि कोन कहां ले आये होही ? ये जरूरी तो नही के अनजान आदमी ही बीमारी लानही, चिनजान के ह तको अनजाने म बीमारी लान देही। तव अइसन म साफ-सफाई के धियान रखना घातेच जरूरी होगे हावय। 
जब ले देश म 21 दिन लॉकडाउन के घोसना होय हाबे लोगन मन आनी-बानी के गोठ गोठियावत हाबे। फेर कोनो ह उखान के पूरा नी बांध सके। ये पार्टी, ओ पार्टी करे ले कोरोना का लुवाठ मरही। सबो ह सुनता बंधा के कोनो नेक उदीम करव तभे बुता बनही। गुनन त भले 21 दिन जिनगी ले जादा लंबा नी हे फेर रोज कमइया खवइया मनके का होही? अइसन बखत म बीमारी ले लड़े के संगे-संग जेन मनखे के कोनो दोस नी हे ओमन भूख झिन मरे इहू बात ह लॉकडाउन के करार ल पोट्ठाही। 

सुनइ तो अब इहू बात के आए हाबय के छत्तीसगढ़ म कोरोना के तीसरा स्टेज के लक्षण आगे हावय। तीसरा स्टेज वो हरय जेमा कोनो आन आदमी, जे कोरोना पाजेटिव रिथे ओकर संपर्क म आये ले तीसर ह संक्रमित हो जथे। ये बहुत ही खतरनाक स्थिति आए वुहान म बीमारी सचरिस, उंहा ले कोनो बीमारी धरे आइस अउ इहां बगरा दिस। सोचो अब हाथ ले हाथ अतका दिन म कतका हाथ म बगरगे होही। इही हाथ ले हाथ के कड़ी ल ही लॉकडाउन ह टोरही अउ सरी दुनिया ह कोरोना ले उबरही। बाद म भले बेरा के गोठ निकलही के कोरोना ल हमर छत्तीसगढ़ म कोन लानिस, का ओला जनबा नी रिहिसे? अभी तो भितरेच म राहव।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें